कुछ समय पहले AI टूल के माध्यम से इंसानों जैसे बात करने वाले चैटबॉट मॉडल चैटजीपीटी को पेश किया। यह अपनी तरह का पहला मॉडल था, जो ह्यूमन-लाइक टेक्स्ट जनरेट करने की खूबी से यूजर्स को लुभा रहा था। वहीं बड़ी टेक कंपनियों माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और गूगल का ध्यान भी इस टेक्नोलॉजी की ओर आया। वर्तमान में चैटजीपीटी एक अकेला ऐसा एआई मॉडल नहीं है, जो इंसानों का काम आसान बना रहा है। इस कड़ी में गूगल के बार्ड, और माइक्रोसॉफ्ट के Copilot की भी एंट्री हो चुकी है।
इस लेख में हम ChatGPT क्या है ? vs Google Bard Gemini vs माइक्रोसॉफ्ट Copilot की खूबियों को जानने की कोशिश करेंगे-
वर्तमान में ChatGPT और गूगल बार्ड / जैमिनी ग्राहकों के लिए फ्री में उपलब्ध है वहीं Copilot माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 365 के यूज़र्स को ही मिलता है। वही ChatGPT -4 पेड सब्सक्रिप्शन के साथ आता है।
ChatGPT पर आपको हिंदी में पूछे सवाल का भी जवाब मिलता है, जो BARD में अभी आप को हिंदी में जानकारी नहीं मिल रही है। वहीं नॉन-पेड वर्जन पर आपको पुरानी जानकारी तो मिलेगी। इस स्थिति में BARD को फ्री होने का प्लस पॉइंट मिल जाता है।
![Chatgpt, Google Bard, Copilot Difference in Hindi 3 Screenshot showing ChatGPT interface](https://hindicrypto.in/wp-content/uploads/2024/03/chatgpt-1024x538.webp)
माइक्रोसॉफ्ट Copilot बिज़नेस के लिए काम करता है जिसके द्वारा आप आपकी वर्क लाइफ आसान बना सकता है, आप कहीं जॉब करते हैं और बॉस को पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन देना है। या, आपको कहीं जॉब चाहिए उसके लिए पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तैयार करना है। एक ठीक ठाक पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तैयार करने में कम से कम एक दो घंटे का समय लगता है। कई बार कुछ दिन तक लोग पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन ही बनाते रहते है।
![Chatgpt, Google Bard, Copilot Difference in Hindi 4 Screenshot presenting Microsoft Copilot interface](https://hindicrypto.in/wp-content/uploads/2024/03/copilot-1024x538.webp)
ठीक इसी तरह Copilot अपना काम Ms Excel में भी करेगा। Excel का यूज छोटे स्टार्टअप से लेकर दुनिया भर की टॉप कंपनियों में होता है। Copilot टूल की मदद से Ms Excel यूज करने के लिए यूज़र्स को Ms Excel के हर टूल्स और शॉर्टकट्स जानने की ज़रूरत भी नहीं होगी। क्योंकि यूज़र्स को जो काम कराना है वो Copilot को टेक्स्ट फ़ॉर्म में बताना है। वही ChatGPT भी एक्सेल में अच्छे से काम करता है यह आप को एक्सेल में फार्मूला, मेक्रो, ऑटोमेशन आदि को कुछ ही समय में पूर्ण करने की जानकारी मिल जाती है।
![Chatgpt, Google Bard, Copilot Difference in Hindi 5 Screenshot displaying Google Bard Gemini interface](https://hindicrypto.in/wp-content/uploads/2024/03/bard-gemini-1024x538.webp)
चैटजीपीटी, गूगल बार्ड और Copilot में क्या है मुख्य अंतर-
- चैट जीपीटी और बार्ड के बीच मुख्य अंतर यह है कि जहां चैट जीपीटी आपको वह जानकारी देता है जो आप जानना चाहते हैं, वहीं गूगल बार्ड इंटरनेट पर नई जानकारी के आधार पर प्रश्नों के बेहतर उत्तर दे सकता है। वहीं Copilot माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस के कार्यो को आसान बना देता है।
- चैट जीपीटी, टेक्स्ट फॉर्म में इंसान की तरह सवालों के जवाब देता है, वहीं गूगल का नया एआई टूल इंसान द्वारा सर्च किये गये डेटा को रिफाइन कर के इंटरनेट पर उपलब्ध नई जानकारी के आधार पर सवालों के जवाब दे सकता है और Copilot आप के विचारो को क्रिएटिविटी में बदल देता है।
- चैटजीपीटी में कोडिंग को लेकर दावा किया जाता है कि एआई मॉडल कॉम्प्लेक्स कोड भी क्रिएट करने में सक्षम है। इसी कड़ी में मॉडल की टेस्टिंग भी रिसर्चर्स द्वारा की गई। दूसरी ओर, गूगल बार्ड को लेकर जानकारी दी गई है कि मॉडल अभी कोडिंग के लर्निंग प्रॉसेस में है। वर्तमान में गूगल बार्ड और Copilot में यह फीचर नहीं मिलता, न ही भविष्य में मिलने की संभावना है।
- चैटजीपीटी मॉडल की बात करें तो कंपनी का दावा है कि एआई मॉडल स्पेनिश, फ्रेंच, अरबी, मंदारिन, इतालवी, जापानी और कोरियाई भाषाओं का ज्ञान रखता है। जबकि मॉडल इंग्लिश प्राइमरी भाषा के साथ आता है। वहीं दूसरी ओर, गूगल बार्ड और Copilot फिलहाल इंग्लिश की ही जानकारी रखता है।
- गूगल बार्ड यूजर्स को हर प्रोम्प्ट का अलग-अलग वर्जन देता है, यानी यूजर के पास पूछे गए सवाल के जवाबों में से किसी एक बेहतर जवाब को सुनने की सहूलियत होती है। लेकिन दूसरी ओर, चैटजीपीटी यूजर को पूछे गए सवाल पर केवल एक ही रिस्पॉन्स देता है। वही Copilot पूछे गए विषय को प्रोफेशनल भाषा में बदल देता है। जिससे अपने बिज़नेस को और बढ़ावा मिल सकता है।
- पुरानी बातचीत को याद रखने के मामले में ओपनएआई का चैटजीपीटी बेहतर काम करता है। मॉडल को पुरानी बातचीत 3000 शब्दों के डेटा के साथ याद रखने का फीचर दिया गया है। वहीं भविष्य में पुरानी बातों को ना दोहराने की कंडीशन पर काम करता है। लेकिन, बार्ड में यह खूबी अभी लिमिटेड है, कंपनी का दावा है कि भविष्य में क्षमता को और विकसित किया जाएगा। Copilot पिछले 30 दिन तक की गई चैटिंग का सारांश प्रस्तुत कर सकता है।
निष्कर्ष
ChatGPT vs Google Bard Gemini vs माइक्रोसॉफ्ट Copilot को समझने के बाद एक बात क्लियर हो जाती है की वर्तमान में गूगल बोर्ड में और सुधार करने की जरुरत है। Copilot अभी सिर्फ सिमित यूजर्स के लिए ही सेवाएं प्रदान करता है। समय के साथ आज हर कोई अपडेटेड और नई जानकारी चाहता है, इसलिए इस मामले में गूगल बोर्ड, ChatGPT और Copilot आम इंसान के जीवन में बेहतर साबित हो सकता है। ऐसे में देखा जाए तो तीनो टूल्स आने वाले समय में टेक्नोलॉजी को और आसान बनाने का दम रखते हैं। इनके आने से काफी सहायता मिलेगी। अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप अपने बिज़नेस को बढ़ाने में किस टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हैं।