वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी पर दुनियाभर की नज़र बनी हुई है, एक तरफ़ कुछ देश इसे बैन कर रहे है और दूसरी तरफ़ कुछ देश क्रिप्टोकरेंसीज को रेगुलेट करने की तैयारी कर रहे है। हाल ही में आई एक ख़बर ने दुनिया को हैरान कर दिया है दरसल ब्रिटेन ने क्रिप्टो सेगमेंट का रेगुलेटेड मार्केट के साथ विलय करने का अहम् निर्णय लिया है।
ब्रिटेन सरकार ने लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर बिटकॉइन और इथेरियम (Bitcoin and Ether)की ट्रेड के लिए एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स उपलब्ध कराने की अनुमति दे दी है।
ETN या एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स सभी के लिए उपलब्ध होंगे या नहीं
खबरों की माने तो क्रिप्टो एक्स्चेंज पर लिस्टेड होने के बाद एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स को फिलहाल प्रोफेशनल इनवेस्टर्स और ट्रेडर्स के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा अन्य कोई निवेशक शुरुआत में निवेश नहीं क्र सकता है, उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले समय में सभी निवेशकों के लिए ट्रेडिंग शुरू की जाएगी।
बिटकॉइन और एथेरियम के लिए एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स कब से मिलेंगे
अगर आप एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स में निवेश करना चाहते है तो हम आपको बता दें की बिटकॉइन और Ether के लिए ETN को 28 मई को लंदन स्टॉक एक्सचेंज पर लॉन्च होंगे। एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स के लिए आवेदन 8 अप्रैल से शुरू होंगे, ब्रिटेन के प्रमुख बैंक Barclays ने ETN का कॉन्सेप्ट वर्ष 2006 में बनाया था। एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स को तैयार करने का मुख्य उद्देश्य क्रेडिट सिस्टम का इस्तेमाल करके करेंसीज और कमोडिटीज में इनवेस्टमेंट के प्रोसेस को आसान बनाने के साथ रिटर्न को बढ़ावा देना है। ETN की खबरों के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफ़ी तेजी देखने को मिली है और आने वाले समय बिटकॉइन की कीमतों में अधिक उछाल देखने को मिल सकता है।
एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स कैसे काम करते है
एक्सचेंज ट्रेडेड नोट्स को जारी करने वाली कंपनी सभी निवेशकों को एक निश्चित समय अवधि के दौरान इंडेक्स पर रिटर्न का भुगतान करने के साथ साथ ETN की मैच्योरिटी की अवधि पूर्ण होने पर इनवेस्टमेंट किए गए पैसे की मूल रक़म वापस करेगी।आसान भाषा में समझे तो मान लीजिए आप एक्स्चेंज ट्रेडेड नोट्स में निश्चित समय अंतराल के लिये कुछ पैसे निवेश करते है। ऐसी स्थिति निश्चित अवधि के बाद आपको निवेश की गई पूरी रक़म के साथ साथ रिटर्न भी मिलता है। हालाँकि भारत में क्रिप्टोकरेंसी की स्थिति काफ़ी अलग दिखाई दे रही है, भारतीय सरकार ने अभी क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। फिलहाल भारत की सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन नहीं लगाया है। हाल ही में क्रिप्टो मार्केट के बारे में सीतारमण जी ने कहा था कि भारत में क्रिप्टो करेंसी को भारत में रेगुलेट करने एक फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सीतारमण जी ने आगे कहा की क्रिप्टो करेंसी कभी भी करेंसीज की जगह नहीं ले सकती है, बाक़ी क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने का फ़ैसला केंद्र सरकार लेगी। ब्रिटेन के अलावा अमेरिका ने बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेट करने की अनुमति प्रदान की है।