ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी क्या है? | What Is Blockchain Technology in Hindi 2023

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नमस्कार दोस्तों

आज के समय Blockchain Technology एक ऐसा मुद्दा है जिसके ऊपर सभी लोग बात कर रहे हैं। Blockchain का सीधा संबंध क्रिप्टोकरेंसी से होता है। यानी कि यदि कोई व्यक्ति क्रिप्टोकरेंसी को इस्तेमाल कर रहा है तो वह Cryptocurrency, एक Blockchain का ही भाग होती है। और आज के समय भारत के संदर्भ में देखा जाए तो मुकेश अंबानी सहित कई बड़े बिजनेसमैन ने Blockchain के प्रति अपना पॉजिटिव एटीट्यूड दिखाया है।

इसीलिए आज के लिए तो हम आपको बताएंगे कि यह What is Blockchain, How Blockchain works, यह किस प्रकार से काम करता है, Blockchain के क्या क्या फायदे हैं, और Blockchain के क्या नुकसान हो सकते हैं। आज के लिए हम आपको Blockchain से संबंधित सारी जानकारी देने का प्रयास करेंगे।

तो चलिए शुरू करते हैं-

What is Blockchain Technology in Hindi?

Blockchain Technology in hindi

मित्रों Blockchain Technology एक Distributed Database है जो कि विभिन्न प्रकार की Information को अपने अंदर store रखती है, और यह सब कुछ Electronically format में होता है यानी कि Digital format में सारी जानकारी Database, यानी कि block के अंदर समाई हुई होती है।

जब block के अंदर बहुत ज्यादा Information आती है तो यह Cryptocurrency सिस्टम के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान देती है। जैसे कि Bitcoin, Ethercoin, ऐसे ही कुछ Cryptocurrency हैं जिनमें Blockchain Technology का पूरा योगदान होता है।

हम इस इस प्रकार से भी समझ सकते हैं कि एक Blockchain Technology विकेंद्रित Transaction के Record को अपने अंदर समाधि का काम करती है। विकेंद्रित Transaction के सारे Record Blockchain के अंदर होते हैं।

Blockchain Technology का एक फायदा यह है कि यह आपके Record की Security की यानी कि Record में उपस्थित घटा के Security की पूर्ण रूप से गारंटी लेता है और इसकी इस गारंटी पर बिना किसी थर्ड पार्टी के भी विश्वास किया जा सकता है।

लेकिन यह मुख्य रूप से Database ही नहीं होता है Database में और ब्लॉकचैन में थोड़ा सा फर्क होता है। और वह यह फर्क होता है कि Blockchain और Database का structure अलग-अलग प्रकार का होता है।

इसे Blockchain क्यों कहा जाता है?

Blockchain Technology

Blockchain Technology को Blockchain उसके Data स्ट्रक्चर के लिए कहा जाता है यानी कि यह एक इस प्रकार का Database होता है, जो कि Information को एक Block के रूप में सेव करके रखता है। यानी कि विभिन्न प्रकार की Information को एक Block में रखता है। तथा इस में उपस्थित हर Block की एक निश्चित साइज होती है और जब वह Block information से पूरा भर जाता है तब यह सिस्टम उस Block की एक Link बना देता है और उसे अगले Block से कनेक्ट कर देता है।

उसके बाद में जब अगला Block Information से पूरी तरह से भर जाता है तब उसकी भी Link जनरेट कर दी जाती है और उसे अगले खाली Block से Link के तौर पर कनेक्ट कर दिया जाता है। इस प्रकार यह एक Block के Chain की structure बन जाती है और इसी लिए इसे Blockchain कहा जाता है।

Blockchain Technology किस प्रकार काम करता है?

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यह इस प्रकार का Shared Database होता है। तथा साधारण Database से थोड़ा अलग होता है जिसमें एक ब्लॉकचैन के अंदर Block में Data सेव होता है यानी कि store होता है और जब वह Block भर जाता है तो दूसरे Block के साथ में एक Link के द्वारा कनेक्टेड किया जाता है जिसे Cryptography कहते हैं।

यह किस प्रकार से काम करता है यह जानने से पहले शायद हमें यह जानना चाहिए कि इसका लक्ष्य क्या है। Blockchain का लक्ष्य यह है कि एक ऐसे Database का निर्माण किया जाए जिसमें सभी प्रकार की digital Information एक Record के रूप में रखी जा सके उसे सभी लोगों तक उपलब्ध करवाई जा सके लेकिन उसे बदला ना जा सके।

इसीलिए इसको immutable कहा जाता है यानी कि यह अमर है इसे बनाया जा सकता है लेकिन इसे edit, delete, destroy नहीं किया जा सकता है।

इसकी वजह से इसे को distributed Ledger Technology के रूप में भी जाना जाता है। तकरीबन 30 साल पहले इसके बारे में बात करना शुरू हो चुकी थी लेकिन सन 2002 में Bitcoin के रूप में ब्लॉकचैन ने अपना सबसे पहला एप्लीकेशन मार्केट में उतारा।

लेकिन जब लोग इसे काम में लेने लगे तब यह देखा जाने लगा कि Blockchain Technology के संबंध में इन्हें काफी सारी उपाधि दी गई, जैसे कि Cryptocurrency decentralized finance, Non-fungible token, Smart contract के रूप में से जाना जाने लगा।

जब भी एक Blockchain में कोई Transaction इंटर किया जाता है तब उसमें यह प्रोसेस शुरू हो जाता है-

  • एक नया Transaction enter किया जाता है।
  • इसके बाद में वह Transaction एक network की ओर transmit कर दिया जाता है जिससे पूरे विश्व के कंप्यूटर्स एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं।
  • बाद में वह सारे कंप्यूटर मिल करके उस समीकरण को हल करते हैं जिसकी सहायता से उस Transaction की validity confirm हो जाती है।
  • इसके बाद भी Transaction पूरा हो जाता है।
  • इसके बाद में वह Transaction एक Database में Information के तौर पर store करी जाती है और उस Information का एक Block बनाया जाता है।
  • तथा इसके बाद में जब दूसरी Transaction enter करी जाती है तब उसे भी कंप्लीट करके एक Block के रूप में ट्रांसफॉर्म कर दिया जाता है, और उसे Cryptography की मदद से पहले वाले Block से कनेक्ट कर दिया जाता है।

इस प्रकार से Blockchain काम करती है

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी के फायदे व् नुकसान

Blockchain Technology के फायदेBlockchain Technology के नुकसान
Blockchain Technology का इस्तेमाल अपने अपने विश्वास पैदा करता है, क्योंकि इसमें एक shared Database होता है तथा यदि एक यूजर चाहे तो दुसरे यूजर के कंसेंट पैर दोनों ही एक दूसरे के Transaction Record आसानी से देख सकते हैं, जिसकी मदद से उन दोनों में व्यवसाय की भावना बढ़ती है और दोनों आपस में और ज्यादा Transaction करते हैं।Blockchain Technology एक Distributed System नहीं है यानी कि Blockchain की quality node की quality पर निर्भर करती है। क्योंकि यह node के द्वारा क्रिएट करी जाती है। Blockchain को अपने आपको function करने के लिए node के ऊपर निर्भर रहना पड़ता है।
Blockchain Technology कोई भी मालिक नहीं है, यह पूरी तरह से एक डिसेंट्रलाइज्ड स्ट्रक्चर है। इसीलिए इसका इस्तेमाल करना पूरी तरह सुरक्षित भी है।यदि किसी node की quality खराब हुई तो इसकी quality अपने आप खराब हो जाएगी।
यह एक ऐसा सिस्टम है जो कि एक ऐसा Transaction Record बनाता है जिसे ना तो edit किया जा सकता है ना हीं delete किया जा सकता है और साथ ही साथ इसमें end-to-end encryption भी होता है। जिसकी मदद से किसी भी प्रकार की फ्रॉड या फिर Unauthorized Activity  होने की संभावना नष्ट हो जाती है।Blockchain Technology मे किसी भी प्रकार की स्केलेबिलिटी नहीं है यानी Blockchain Technology का इस्तेमाल करके किसी भी Transaction को पूरा करने के लिए जो सबसे बड़ी बाधा उसका ट्रैफिक होता है। यानी कि ट्रैफिक आपके Transaction की स्पीड को कम या ज्यादा कर सकता है।
Blockchain Technology की स्पीड बहुत ही तेज है जिसकी मदद से कोई भी Transaction होने में बहुत कम समय लगता है और वह Transaction पूर्ण रूप से सुरक्षित होता है। ऐसी सुरक्षा कोई भी पेमेंट मेथड नहीं दे सकता।इसको किसी भी प्रकार से edit नहीं किया जा सकता और data कभी भी नष्ट नहीं किया जा सकता यह एक फायदा भी है और एक नुकसान भी है।
यह अमर है इसे नष्ट नहीं किया जा सकता।इसमे काफी सारी ऐसी inefficiency है जो कि Transaction को disturb कर सकती है।
जो भी व्यक्ति Blockchain Technology का इस्तेमाल करता है वह इस बात का नियंत्रण रख सकता है कि उसके Data को वह किसी व्यक्ति को दिखाना चाहता है। या फिर किस सिस्टम को दिखाना चाहता है। और जब तक वह उसे आज्ञा नहीं देता तब तक उसका वह Data कोई भी नहीं देख सकता।यह बहुत ज्यादा secure है लेकिन पूरी तरह से secure नहीं है।
इसके जितने भी user हैं वह सारे अपने आप में एक बैंक के रूप में कार्य कर रहे हैं।
किसी भी पूरे के पूरे asset को यहां पर एक टोकन के रूप में कन्वर्ट कर दिया जा सकता है, जिसकी मदद से उसे टोकन की सहायता से उस asset को खरीदा या बेचा जा सकता है।इसको इस्तेमाल करना message करना और इसके प्रोजेक्ट को बनाना अपने आप में बहुत ज्यादा hard है इसलिए यदि किसी व्यक्ति को Blockchain की knowledge नहीं है तो वह फिर Blockchain इस्तेमाल नहीं कर सकता है।

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इस ब्लॉग के माध्यम से हम किसी भी प्रकार की फाइनेंसियल सलाह नहीं देते है, किसी भी कॉइन व क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह जरूर ले और अपनी रिसर्च जरूर करे.

Conclusion

आज के इस लेख में हमने blockchain के बारे में जानकारी प्राप्त करी है। What is blockchain in Hindi. हम उम्मीद करते है आपको हमारे द्वारा लिखा गया ये लेख पसंद आया होगा। यदि पसंद आया हो तो कृपया इस लेख को अपने मित्रों और रिश्तेदारों के साथ अवश्य शेयर करिए ताकि उनको भी blockchain से संबंधित जानकारी प्राप्त हो सके।

धन्यवाद!

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