आपने बिटकॉइन, एथेरियम जैसे क्रिप्टो के बारे में बहुत बार सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है इन सब के पीछे जो टेक्नोलॉजी होती है उसे ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कहा जाता है। ज्यादातर क्रिप्टो नेटवर्क एथेरियम ब्लॉकचैन पर काम करते है।
Blockchain टेक्नोलॉजी की मदद से सभी ट्रांजेक्शन को डिजिटल फॉर्म में सेव किया जाता है जिनमे कभी भी कोई भी फेरबदल नहीं किया जा सकता और न ही इसे डिलीट किया जा सकता है।
वेब डेवलपर 3 प्रकार के होते है फ्रंट एंड डेवलपर बेक एंड डेवलपर फुल स्टेक डेवलपर
कोर ब्लॉकचैन डेवलपर Blockchain सॉफ्टवेयर डेवलपर
क्रिप्टो और blockchain टेक्नोलॉजी काफी तेजी से बढ़ती जा रही है, इसके सिक्योर होने के कारण बड़ी बड़ी कंपनिया इस टेक्नोलॉजी को अपना रही है, माना जा रहा है 2030 तक इसमें बहुत अच्छे जॉब ऑफर देखने को मिलेंगे।
भारत में एक blockchain डिवेलपर की सैलरी लगभग 6.5 लाख प्रति माह है।