पैसिव इनकम ऐसी आय होती है जो आपके संपत्ति द्वारा अर्जित की जा सकती है। इस आय में आपको खुद की भागीदारी नहीं करनी पड़ती है। हम पैसिव इनकम को कुछ इस तरह से समझ सकते हैं कि जैसे किसी संपत्ति को किराए पर देने से जो लाभ मिलता है वह passive इनकम में शामिल किया जाता है। इसके अलावा बैंक के खातों से ब्याज प्राप्त करना भी Passive Income कहलाएगा।