आज के इस अर्टिकल मे हम बात करेंगे स्टॉक मार्केट से संबंधित एक टर्म SLBM Stock Lending Borrowing Mechanism के बारे मे, हम जानेंगे की SLBM क्या होता है (What is SLBM in Hindi) और यहाँ इस लेख में आप जानेंगे कि SLB के माध्यम से लाभ कैसे कमाया जाता है।
शेयर मार्केट मे कमाई करने के लिए सेक्युरिटिज (स्टॉक्स) को खरीदना पड़ता है और हाई प्राइस वैल्यू पर बेचकर लाभ कमाया जाता है, यह तो आप सभी जानते है, लेकिन क्या आप यह जानते है की इन सेक्युरिटिज की लेंडिंग और बोरोविंग भी की जा सकती है, यानी निवेशक एक-दूसरे को शेयर्स उधार दे सकते है और उधार ले सकते है और सेक्युरिटिज की लैंडिंग बोरोविंग करके लाभ कमाया जा सकता है। सब कुछ जानेंगे इस अर्टिकल मे, इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।
पहले जहाँ हर कोई जानकारी के अभाव मे शेयर मार्केट मे निवेश करने से डरता था की कहीं मेहनत से कमाए पैसे डूब ना जाए लेकिन आज डिजिटलाईजेशन के चलते जानकारी का अंबार लगा हुआ है। कई सारे डिजिटल माध्यम है जैसे यूट्यूब, टेलीग्राम जिनकी मदद से निवेश की हर संभव जानकारी हमें आसानी से मिल जाती है।
पहले शेयर मार्केट (स्टॉक मार्केट) मे निवेश करना हर किसी के लिए संभव न था किंतु आज बहुत सी डिजिटल मोबाइल एप्लिकेशन उपलब्ध है जिनकी मदद से एक कॉमन मैन भी शेयर मार्केट मे निवेश करके अच्छा लाभ कमाने की चाह रखता है।
शेयर मार्केट मे निवेश करने के अंतर्गत आज हम चर्चा करेंगे स्टॉक मार्केट से पैसे कमाने का एक बेहतरीन और अनोखा तरीके SLBM के बारे मे।
SLBM Full Form in Hindi
सबसे पहले हमारे मन मस्तिष्क मे यही सवाल उठता है की SLBM का Full Form क्या है, तो SLBM का फुल फॉर्म है –
Securities Lending & Borrowing Mechanism यानी सेक्योरिटिज़ लैंडिंग एंड बोरोइंग मेकेनिस्म
S = Securities L = Lending B = Borrowing M = Mechanism
SLBM क्या होता है | (What is SLBM in Hindi)
सेक्युरिटिज़ लैंडिंग एंड बोरोविंग मेकैनिस्म SEBI ( सेक्युरिटिज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) के द्वारा स्थापित किया गया एक लीगली अप्रूव्ड प्लेटफार्म है जिसे SEBI के द्वारा 1997 मे स्थापित किया गया और बाद मे 2012 मे संसोधित किया गया।
शेयर मार्केट से पैसे कमाने के यूं तो कई तरीके हैं जैसे लोंग टर्म इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग करना किंतु यहां बात करेंगे एसएलबीएम के बारे में,
एसएलबीएम स्टॉक्स या सिक्योरिटीज के उधार लेने और उधार देने का एक तंत्र है, SLB के इस सिस्टम मे निवेशकर्ता एक-दूसरे से शेयर को उधार ले सकते है व उधार दे सकते है।
जिस तरीके से हम किसी व्यक्तिगत कारण हेतु बैंक से एक निर्धारित समय के लिए पैसे उधार लेते है यानि लोन लेते है तो हमे उस रकम के एवज में एक निश्चित ब्याज दर पर बैंक को ब्याज रूपी एक रकम चुकानी पड़ती है, इससे बैंक को कमाई होती है। कुछ इसी प्रकार SLBM स्टॉक मार्केट मे काम करता है,
और आसान भाषा मे समझे तो मान लीजिये आपके पास कोई प्रॉपर्टी (मकान) है जो खाली पड़ी हुई है। उस प्रॉपर्टी को किसी अन्य व्यक्ति को किराए पर दे कर आप पैसे कमा सकते हैं,
ठीक उसी प्रकार आपके डिमैट अकाउंट में अगर कुछ ऐसे स्टॉक्स के जो आइडल पड़े हुए हैं तो उनको कुछ महीने के लिए उधारी पर देकर आप बोरोवर से किराया रूपी एक रकम वसूल सकते हैं।
SLB के इस मेकैनिस्म मे एक Lender (ऋणदाता) होता है जो दूसरे पार्टिसिपेन्ट को शेयर उधार देता है और एक Borrower (उधार लेने वाला) होता है जो शेयर को लेंडर से उधार लेता है।
जिस तरह शेयर बाजार में SLBM होता है उसी प्रकार क्रिप्टो में भी ऐसी सुविधा होती है जिसे स्टैकिंग कहा जाता है , स्टैकिंग में आप अपने खरीदे हुए क्रिप्टो को Stake पर लगा कर उनपे ब्याज कम सकते है , अगर आप Crypto Staking के बारे में और जानना चाहे तो हमने इस आर्टिकल में स्टैकिंग के बारे में पूरी डिटेल में बताया है।
लैंडर वह इंटवेस्टर है या ट्रेडर है जो लंबे समय के लिए शेयर मार्केट मे निवेश करना चाहता है, जिसके डिमैट अकाउंट के पोर्टफोलियो मे कुछ ऐसे अतिरिक्त सिक्योरिटीज या स्टॉक पड़े होते हैं जिन्हे वह भविष्य मे ऊँचे दाम पर सेल करना चाहता है। लेकिन पोर्टफोलियो में पड़ी हुई वह सिक्योरिटीज आज किसी काम की नहीं है यानी सुस्त पड़ी हुई है, ऐसे में लैंडर चाहता है कि वह अपनी सिक्योरिटीज को किसी अन्य निवेशक को उधार देकर कुछ ब्याज कमा सकें।
बोरोवर (उधार लेने वाला) वह ट्रेडर होते है जो लैंडर से एक विशेष शेयर उधार लेता है और शॉर्ट सैलिंग करके लाभ कमाता है।
SEBI के द्वारा SLB मेकैनिस्म इसलिए स्थापित किया गया ताकि स्टॉक मार्केट मे लिक्वीडिटी बड़ सके।
यह भी देखे – अपने पैसे पर 12 प्रतिशत तक ब्याज कमाए.
Short Selling क्या होता है
यूँ तो निवेशक लंबे समय के लिए शेयर मार्केट में निवेश करते हैं और शेयर की प्राइस वैल्यू बढ़ने पर उसे बेचकर लाभ कमाते हैं किंतु कुछ ऐसे भी ट्रेडर्स होते हैं जो इसका विपरीत करते हैं। यानी यह ऐसे निवेशक होते हैं जो स्टॉक्स की वैल्यू कम होने पर प्रॉफिट कमाते हैं।
उदाहरण के लिए मोहन एक निवेशक है जिसने अनुमान लगाया की 50 रुपये की वैल्यू वाला xyz नामक एक स्टॉक है जिसकी प्राइस वैल्यू आने वाले समय में घटने वाली है तो मोहन ने किसी lender से 100 xyz शेयर उधार ले लिए और मार्केट मे उन शेयर्स को 5000 रुपए मे बेच दिया, (उन शेयर्स को बेच दिया जो खुद उसके नही है)
100 X 50 = ₹5000
कुछ समय पश्चात उस शेयर की कीमत ₹50 से घटकर ₹25 हो जाती है तो अब मोहन फिर से 100 xyz शेयर ₹2500 (घटी हुई कीमत पर) मे खरीद लेता है और लेंडर को फिर से उधार लिए 100 xyz शेयर लौटा देता है साथ मे ब्याज की एक रकम लेंडर को अदा करता है।
तो मोहन को ₹5000 – ₹2500 = ₹2500 – ब्याज दर का लाभ हुआ।
शॉर्ट सैलिंग से Lender को ब्याज के रूप मे पैसा मिलता है और Borrower शेयर की बिक्री और खरीदी के प्राइस डिफरेंस को लाभ के रूप मे कमाता है। इसको Arbitrage Opportunity या Arbitrage Trading कहते है।
SLB मेकैनिस्म मे लैंडर अक्सर बड़ी कंपनिया होती है, जैसे म्यूच्यूअल फंड कंपनी या इंश्योरेंस कंपनी।
SLB की ब्याज दर (इंटरेस्ट रेट) कैसे निर्धारित होती है:
Lender के द्वारा Borrower से लिया गया सेक्युरिटिज पर ब्याज दर कुछ कारको पर निर्भर करता है जैसे
- कितने माह के लिए शेयर उधार लिया गया है।
और
- प्रत्येक स्टॉक का अपना अलग अलग इंटरेस्ट रेट होता है ।
SEBI के अनुसार किसी शेयर को आप अधिकतम 12 महिनो के लिए उधार ले व उधार दे सकते है।
SLB Mechanism in India
SLBM यूं तो कई सारे देशो मे OTC प्रोडक्ट यानी ओवर द काउंटर प्रोडक्ट के नाम से जाना जाता है, जिसका मतलब होता है की यदि आपने किसी को सेक्युरिटिज़ (शेयर) उधार दिये या किसी अन्य निवेशक से आपने शेयर उधार लिए तो शेयर की उधारी लेन देन मे अगर कोई समस्या आती है तो इसकी जिम्मेदारी केवल आपकी होगी।
लेकिन भारत देश मे आपको ऐसा कुछ सामना नही करना पड़ेगा। SLBM के माध्यम से होने वाले हर ट्रांजेक्शन को स्टॉक एक्सचेंज गारंटी करता है।
क्या SLB Mechanism लाभदायक है?
सेक्युरिटिज़ की लेंडिंग और बोरोविंग करना इंडिया मे एक नया सा कांसेप्ट है लेकिन विदेशो मे यह पहले से चला आ रहा है, SLB मेकैनिस्म मे सभी को फायदा ही होता है,
जैसे शेयर उधार देने वाले लैंडर को शेयर फीस का फायदा मिलता है और शेयर उधारी देने पर मिलने वाला इंटरेस्ट रेट के रूप मे फायदा मिलता है ।
इसके अलावा शेयर उधार देने पर शेयर की ओनरशिप लैंडर की ही रहती है तो शेयर पर मिलने वाला डिविडेंड, बोनस शेयर, Split शेयर भी लैंडर को लाभ के रूप मे मिलता है।
बोरोवर के पास ट्रेडिंग करने के लिए शेयर नही है तो वह शॉर्ट सैलिंग करने के लिए लैंडर से शेयर उधार लेता है, शेयर उधार लेकर मार्केट मे बेच देता है और प्राइस वैल्यू कम होने पर फिर से उन शेयर को खरीद कर लैंडर को लौटा देता है तो शेयर के बिक्री और खरीदी के बीच के अंतर की रकम मे से ब्याज दर घटाने के बाद बोरोवर को लाभ मिल जाता है।
इसलिए SLBM लेंडर और बोरोवर दोनो के लिए फायदेमंद है।
अब बात करते है क्या SLB मेकैनिस्म सुरक्षित है
क्या SLBM in Stock Market सुरक्षित है?
SLB मेकैनिस्म मे होने वाली शेयर की उधारी लेन-देन को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की क्लीयरिंग कॉर्पोरेशन के माध्यम से किया जाता है। यानी इसमे NSCCL (नेशनल सेक्युरिटिज क्लीयरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड) एक गारंटर के तौर पर कार्य करता है।
NSCCL एक सेंट्रल काउंटरपार्टी है जो SLB के अंतर्गत होने वाले फाइनेंसियल सेटेलमेंट की गारंटी देता है।
NSCCL बोरोवर से सिक्योरिटी के तौर पर 125% का मार्जिन अपने पास डिपॉजिट करवाता है ताकि बोरोवर कोई डिफाल्ट (धोखाधड़ी) न कर सके,
इसी के साथ NSCCL लेंडर से भी 25% मार्जिन का डिपाजिट रखवाता है ताकि लेंडर बाद मे शेयर को उधार देने से मना ना कर दे।
लेकिन जैसे ही T+1 डे मे बोरोवर के डिमैट अकाउंट में उधार दिया गया शेयर दिख जाता है तो लेंडर को 25% का मार्जिन वापस कर दिया जाता है।
अतः हम कह सकते हैं कि भारत देश मे SLBM के अंतर्गत होने वाले शेयर की उधारी में किसी भी तरह का कोई भी डिफॉल्ट या धोखाधड़ी नहीं हो सकता है।
SLB मेकैनिस्म मे हिस्सेदारी कैसे ले How to activate SLBM in Stock Market)
अगर आप भी सिक्योरिटीज की लैंडिंग और बौरोइंग में हिस्सेदारी लेना चाहते हैं तो इसके लिए SLB Mechanism को एक्टिवेट कराना होगा। इस हेतु आपको अपने स्टॉक ब्रोकर से संपर्क करना होगा,
मान लेते है कि आप शेयर मार्केट मे निवेश करने के लिए Zerodha का प्रयोग करते तो ऐसे मे आपको Zerodha की ऑफिशियल साइट पर जाकर एक फॉर्म डाउनलोड करके, उसे भरकर भेजना होगा या कंपनी को मेल करना होगा।
नोट : यह अर्टिकल केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह अवश्य लेवे।
तो दोस्तो आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल “What is SLBM in Stock Market (Hindi) | स्टॉक मार्केट मे एसएलबीएम क्या होता है” जरूर पसंद आया होगा। हमे कमेंट के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। SLB मेकैनिस्म से जुड़े इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।
फिर से मिलेंगे जानकारी से भरे एक आर्टिकल के साथ, तब तक के लिए, धन्यवाद ।।
SLBM क्या होता है?
Stock लेंडिंग बोर्रोविंग एक ऐसा मैकेनिज्म है जिसके द्वारा कोई भी शेयर निवेशक अपने खरीदे हुए शेयर को उधार ले कर या दे कर उनपर इंटरेस्ट कम सकता है.
SLBM में कितने शेयर लिस्टेड है ?
SLBM की लिस्ट में 600 से ज्यादा शेयर है जो की हर माह अपडेट होते रहते है
SLBM Full Form क्या है ?
SLBM का पूरा नाम स्टॉक लेंडिंग बोर्रोविंग मैकेनिज्म है