देश में जब भी कुछ भी नया अविष्कार होता है तो हर भारतीय को गर्व होता है। आज हमारा भारत भी टेक्नोलॉजी में दुनिया के सम्पन्न देशों से कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा हैं, नवीन भारत में युवाओं के कौशल विकास से उनका हुनर निखर-निखर कर सामने आ रहा है। आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए भारत ने एक ओर दिशा में अपना महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया हैं।
दुनिया में भारत सबसे ज्यादा स्मार्ट फोन चलाने वालों में दूसरे नंबर पर है, लेकिन हमारा खुद का कोई स्मार्टफोन नहीं है और ना ही हमारा खुद का कोई ऑपरेटिंग सिस्टम है। लेकिन आज हम कह सकते हैं कि हमारा खुद का स्मार्टफोन भी और हमारा खुद का ऑपरेटिंग सिस्टम भी है।
जहां आज तक हम विदेशी एंड्राइड आपरेटिंग सिस्टम के भरोसे अपने मोबाईल का सारा काम करते थे, वहीं अब भारत का अपना ऑपरेटिंग सिस्टम होगा, जी हां भारत ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम BharOS लांच कर दिया है,जिसे भरोस भी कहा जा रहा हैं, जिसका अर्थ है आप हमारे सिस्टम पर पूर्ण भरोसा रखिए, जो पूर्ण रूप से सुरक्षित और भारतीय तकनीक से बना हुआ ऑपरेटिंग सिस्टम है, इस ऑपरेटिंग सिस्टम के आने से Android OS और IOS पर निर्भरता कम हो जाएगी।
आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताएंगे कि आखिर यह BharOS मोबाईल ऑपरेटिंग सिस्टम है क्या ? सरकार ने इसे क्यों लांच किया? इसके फायदे क्या हैं ? इसका इस्तेमाल कैसे होगा ? जैसे तमाम तरह के प्रश्नों का उत्तर हम आपको इस पोस्ट के द्वारा देंगे, तो आप इस पूरी पोस्ट को ध्यान से पढ़ें।
BharOS क्या है ?
जैसे आप मोबाईल बंद करके चालू करते हैं,तो उस पर Android और कुछ नम्बर जैसा लिखा आता है, जो आपके मोबाईल का एक ऑपरेटिंग सिस्टम होता है। ठीक उसी प्रकार BharOS मद्रास के आईआईटी कॉलेज द्वारा रिसर्च कर बनाया गया एक पूर्ण स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो कुछ समय बाद आपके मोबाइल में दिखने लग जाएगा।
अभी तक सिर्फ एप्पल कंपनी के स्मार्टफोन को छोड़कर बाकी सारे मोबाइल में एंड्राइड या आईओएस का ऑपरेटिंग सिस्टम को इस्तेमाल किया जाता हैं। BharOS के आने से विदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम पर निर्भरता खत्म हो जाएगी।
Android OS क्या है ?
किसी भी इलेक्ट्रॉनिक Items को चलाने के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता होती है। एंड्रॉयड एक मोबाइल का ऑपरेटिंग सिस्टम है, जो कि एक सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है। जब भी हम मोबाइल ऑन करते हैं, तो यह हमारे मोबाइल पर सबसे पहले अपलोड होने वाला सॉफ्टवेयर होता है।
यह एक ऐसा Open Source Software हैं, जिसका इस्तेमाल कोई भी मुफ्त में कर सकता है, अभी आप जो भी वर्क मोबाइल पर कर रहे हैं, वह एंड्राइड के द्वारा हीं संभव हो रहा है। अभी तक तो एंड्राइड एक बेहतरीन प्लेटफार्म साबित हुआ है, लेकिन भारत में BharOS के आने से दोनों के बीच टक्कर देखने लायक होगी।
BharOS कैसे काम करता है
BharOS के काम करने का तरीका बिल्कुल एंड्रॉयड ओएस की तरह ही होगा, बस इसमें ज्यादा नहीं, थोड़ा बहुत हीं कुछ अलग होगा। BharOS सिस्टम Open Source प्रोजेक्ट पर काम करता है (जिस प्रकार से एंड्राइड करता है) , जो कि commercial Of The Self Software पर स्थापित किया जा सकता है।
स्माटफोन यूजर्स की प्राइवेसी, निजी सूचनाओं एवं गोपनीय जानकारी को बनाएं रखने के लिए इस सिस्टम में फीचर्स दिए गए हैं। सुरक्षा की पूरी गारंटी देने के साथ यह उपयोगकर्ताओं के लिए बेहतरीन साबित होगा।
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Android OS की तुलना में BharOS System की खासियत
- BharOS में आपको No Default App की सुविधा मिल जाती है। जैसे आपने देखा होगा जब भी आपको ही मोबाइल खरीदते हैं, तो उसमें तरह-तरह के बहुत सारे ऐप्स दिए जाते हैं। इस स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम में पहले से ही कोई ऐप इंस्टॉल नहीं रहता है, आप अपनी मर्जी से जो भी ऐप चाहे वह यूज कर सकते हैं और उसे इंस्टाॅल कर सकते हैं।
- पुराने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम में जो है पहले से इंस्टॉल आते हैं, उन्हें डिलीट नहीं किया जा सकता, जिससे आपके मोबाइल में बेकार का स्टोरेज भरा हुआ रहता है। BharOS के साथ खासियत है कि इसमें आप जो भी ऐप इंस्टॉल करेंगे उसे आप कभी भी अन इंस्टाल या डिलीट कर सकते हैं।
- भरोस ऑपरेटिंग सिस्टम में NOTA Features भी हैं, यह इलेक्शन वाला नोटा नहीं हैं, इसका अर्थ है कि Native Over The Air, जिससे तात्पर्य यह है कि यह ऑपरेटिंग सिस्टम अपने आप अपडेट होता रहेगा तथा इसके सिक्योरिटी फीचर्स भी अपने आप अपडेट होते रहेंगे।
- भरोस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक और खास फीचर्स है, जिसे PASS कहते हैं, जिसका पूरा नाम Private App Store Services हैं, इसमें आप गूगल प्ले स्टोर के अलावा प्राइवेट वेबसाइट से भी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, जो कि एकदम सुरक्षित है। पहले होता था कि आप प्राइवेट वेबसाइट से ऐप डाउनलोड करते थे तो उसमें प्राइवेसी लीक होने का खतरा रहता था, लेकिन भरोस सिस्टम में आपके डेटा की पूरी सुरक्षा मिलेगी।
- BharOS का सबसे बड़ा फायदा होगा वह होगा कि उससे आपका डाटा सिक्योर रहेगा। अभी जो Android OS और IOS हैं, उसमें डाटा लीक होने का खतरा रहता है, एंड्रॉयड स्मार्टफोन में कई सारे असुरक्षित ऐप इंस्टॉल हो जाते हैं। BharOS में वही ऐप इंस्टॉल होते हैं, जो पूर्ण रूप से सुरक्षित रहते हैं , जिससे आपका डाटा लीक होने की संभावना ना के बराबर रहती है।
आत्मनिर्भर भारत के लिए योगदान
आज विश्व के अधिकांश देख टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में बहुत आगे निकल गए हैं, लेकिन हम अभी भी उनसे कुछ पीछे हैं। हमारा बनाया गया यह Bhar Operating system पूरी दुनिया के सामने भारत का एक नया नजरिया पेश करेगा, जो आत्मनिर्भर भारत की पहचान को दुनिया में पहुंचाने का कार्य करेगा।
इस ऑपरेटिंग सिस्टम की लॉन्चिंग से भारत दुनिया के उन गिने चुने देशों में शामिल हो गया है, जिनका अपना ऑपरेटिंग सिस्टम भी है, इससे भारत के लिए ग्लोबल कार्य करने वालों में विश्वास काफी बढ़ा है और एक दिन हम संपूर्ण विश्व में सबसे आगे निकल चुके होंगे।
तो दोस्तों इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको BharOS की सारी जानकारियों को बता दिया है, हम आशा करते हैं कि यह पोस्ट आपको अच्छी लगेगी। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई है तो इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और इस तरह की नई – नई जानकारियों के लिए जुड़े रहिए हमारे पेज के साथ।
FAQ: BharOS
BharOS के निर्माता कौन है?
BharOS भारत का स्वदेशी मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे IIT मद्रास के J एंड K ऑपरेशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाया गया है.
क्या BharOS एंड्राइड को ख़त्म कर देगा ?
BharOS एंड्राइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर बेस्ड सिस्टम है जो एंड्राइड के टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल कर के बनाया गया है, जिसका मुख्या उद्देश्य है विदेशी सिस्टम पर निर्भरता कम करना और स्वदेशी टेक्नोलॉजी अपनाना, bharOS एंड्राइड को ख़त्म नहीं करेगा.